प्राचीन शिव मंदिर में साप्ताहिक मां बगलामुखी महायज्ञ आयोजित किया

प्राचीन शिव मंदिर में साप्ताहिक मां बगलामुखी महायज्ञ आयोजित किया

हर गुरुवार की भांति प्राचीन शिव मंदिर, दोमोरिया पुल, पुरानी रेलवे रोड जालंधर में में मां बगलामुखी महायज्ञ का आयोजन प्राचीन शिव मंदिर प्रबंधक कमेटी (रजि) द्वारा किया गया ।। उल्लेखनीय है कि पिछले बीस वर्षों से निरंतर प्राचीन शिव मंदिर के प्रांगण में मां बगलामुखी महायज्ञ किया जाता है।।
आज महायज्ञ के दौरान पौष माह के ज्येष्ठ गुरुवार होने के साथ-साथ शिव वास योग का भी शुभ संयोग बना जिसके कारण भक्तों में अत्याधिक उत्साह था।
मुख्य पुरोहित पं चक्र प्रशाद जोशी जी ने पहले सभी देवी-देवताओं का आह्वान करवाने के पश्चात नवग्रह पूजन करवाया।। इसके पश्चात वैदिक मंत्रोच्चारण से मां बगलामुखी जी का महायज्ञ किया गया।। मां बगलामुखी जी के सिद्ध महामंत्र का उच्चारण कर महायज्ञ में आहूतियां डाली गई।।
गौरतलब है कि शुद्ध सात्विक रूप में मां बगलामुखी संसार का कल्याण करने वाली देवी हैं। बगलामुखी माता की पूजा; शक्ति और विजय के लिए की जाती है। पीताम्बरा विद्या के नाम से विख्यात मां बगलामुखी की साधना प्रायः शत्रुभय से मुक्ति और वाकसिद्धि के लिये की जाती है। माता स्वयं पीली आभा से युक्त हैं और इनकी पूजा में पीले रंग का विशेष प्रयोग होता है |

बगलामुखी माता को स्तम्भन शक्ति की देवी माना जाता है| इनका यज्ञ दुष्ट व्यक्तियों, आत्माओं और यक्षिणी के प्रभाव को दूर करने में भी लाभकारी है। इस यज्ञ और यज्ञ के पूरा होने के बाद, देवी बगलामुखी अपने भक्तों को जीवन की सभी परेशानियों से लड़ने और सुख और धन से भरपूर जीवन जीने की शक्ति प्रदान करती हैं। भक्त के शत्रु भी नष्ट हो जाते हैं और भक्त के चारों ओर कोई भी बुरी शक्ति नहीं घूमती है।

सृष्टि में यज्ञ एक अनादि महानुष्ठान है। यज्ञ से देवी-देवता, मनुष्य अर्थात संसार के सभी प्राणियों का जनकल्याण होता है। यज्ञ की ऊष्मा मनुष्य के अंतःकरण पर देवत्व की छाप डालती है। जहाँ यज्ञ होते हैं, वह भूमि एवं प्रदेश सुसंस्कारों की छाप अपने अन्दर धारण कर लेता है और वहाँ जाने वालों पर दीर्घकाल तक प्रभाव डालता रहता है। जिन घरों में, जिन स्थानों में यज्ञ होते हैं, वह भी एक प्रकार का तीर्थ बन जाता है और वहाँ जिनका आगमन रहता है, उनकी मनोभूमि उच्च, सुविकसित एवं सुसंस्कृत बनती हैं।।
मां बगलामुखी जी की आरती के बाद प्रशाद वितरण किया गया।।
इस अवसर पर प्राचीन शिव मंदिर प्रबंधक कमेटी के प्रधान यादव खोसला, रमेश सहदेव, गुरचरण बजाज, सुनील सहदेव, मानव बजाज, वैभव शर्मा, अश्विनी तुली, मनीष रेहान, प्रेम ढल्ला, गोविंद खोसला, चिराग सहदेव, कुनाल शर्मा, शंकर राजा, विनय नैयर, नरेंद्र जैन, संजीव शर्मा, पूजा खोसला, नीलम बजाज, सीमा सहदेव, मिनी रेहान, रानी ढल्ला, आशू बजाज, पूर्णिमा सैनी, वैदेही खोसला उपस्थित थे।।

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